Wednesday, 30 June 2021

फेयरवेल poem

आप चले जाओगे,
        पर यादों में रह जाओगे।
        जैसे रह जाती हैं,
        बारिश के बाद, मिट्टी की सौंधी गंध
        भोर के उजास में, थोड़ा सा चंद्रमा।
आप चले जाओगे,
        पर रह जाएगी आपकी हंसी,
        आंखों की चमक,
        हर विषय पर आपकी पकड़,
        और कभी कभी का वो अफसरी दुलार।
आप चले जाओगे,
        पर थोड़ा यहां रह जाओगे,
        फाईलो की खाकों में,
        प्लांट की अनगिनत बातों में,
        मीटिंगों की यादों में,
        चंद हंसी ठठाकों में।
आप चले जाओगे,
       पर हमको भी न भूला पाओगे,
       हमारा स्नेह, आदर संग ले जाओगे,
       हमारी शुभकामनायों का गुच्छ ले जाओगे,
       स्वास्थ्य एवं सम्पूर्णता का जीवन सदा               बिताओगे।
आप चले जाओगे,
        पर यादों में रह जाओगे।

Sunday, 20 June 2021

जन्मदिन पर कविता/ poetry

सच में आप तो माँ जैसी हो, छिड़कन से भी, खुशबू देती हो।
साया आपका साथ हमारे,
कमी नहीं खलने देती हो।
अनुशासन का आप पर्याय,
जीवन आपका एक अध्याय।
ज्ञान घरोंदा बढ़ता जाय,
हमको कुछ बूँदे मिल जाय।
सख्त अखरोट सा ऊपरी मिजाज,
नरम गुणभरी गिरी का घर-बार,
जन्मदिवस पे शुभकामनाएं हजार,
ढोंक संग आशीषों की याचनायें हज़ार।

संतुलन- the balance

संतुलन व्यवस्था का दूसरा नाम हैं। संतुलन तराजू के दोनों सिरों के एक तल पर होने का भाव हैं। जीवन में भी संतुलन का महत्व हम सभी महसूस करते हैं...