Friday, 6 January 2017

पापा की याद

गुम थे, गुम है अब भी
गुमशुदा, हम ग़मज़दा हैं
आपकी गुमशुदगी में, ख़ौफ़ज़दा है
गुम आपके रहने की शिकायत, कल भी थी और आज भी है।

पर दर्द का मिजाज बढ़ गया है,
आज सब है, पर सुकून का आलम नहीं
आज सब है, पर आपकी छाया का छाता ही नहीं
मेरे लिए सोचने का अंदाज़ अब बदला,
सब है नया सा, ये एहसास मुझे नम सा करता है आज भी

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संतुलन- the balance

संतुलन व्यवस्था का दूसरा नाम हैं। संतुलन तराजू के दोनों सिरों के एक तल पर होने का भाव हैं। जीवन में भी संतुलन का महत्व हम सभी महसूस करते हैं...