Sunday, 26 February 2017

छोटे तीर-३


जो सब्र मेरा था सुकून,

                वो कब्र मेरी बन गया हैं

जिनको चाहा खुद से बढ़के,

                वो क़त्ल करके चल दिए

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सरहदे सी पट गयी,

                  रिश्तों की कब्र सज गयी

छोटे हुए हैं नागवार

                  बड़ों को बड़ाई तन गयी

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संतुलन व्यवस्था का दूसरा नाम हैं। संतुलन तराजू के दोनों सिरों के एक तल पर होने का भाव हैं। जीवन में भी संतुलन का महत्व हम सभी महसूस करते हैं...