सबाहते रूख से इनकी,
उम्र का गुमां नही होता,
होंसले ऐसे की,
लगता हैं जिंदगी का कोई पड़ाव नहीं होता।
सबाहते रूख से इनकी,
उम्र का गुमां नही होता,
होंसले ऐसे की,
लगता हैं जिंदगी का कोई पड़ाव नहीं होता।
संतुलन व्यवस्था का दूसरा नाम हैं। संतुलन तराजू के दोनों सिरों के एक तल पर होने का भाव हैं। जीवन में भी संतुलन का महत्व हम सभी महसूस करते हैं...